रांची का सबसे लंबा और दो तरफा फ्लाईओवर – रातू रोड फ्लाईओवर (Ratu Road Flyover Ranchi) – अब बनकर तैयार है। यह फ्लाईओवर रांची के नागरिकों के लिए एक वरदान साबित हुआ है। करीब ₹291 करोड़ की लागत से बना यह प्रोजेक्ट अब शहर के सबसे व्यस्त इलाकों –कचहरी, नागाबाबा खटल, रातूरोड, पिस्का मोड़, पंडरा, और आईटीआई बस स्टैंड को जोड़ने का कार्य कर रहा है। दो हिस्सों में बंटा हुआ यह फ्लाईओवर कुल 5.1 किलोमीटर लंबा है और रांची का पहला ऐसा प्रोजेक्ट है जो दोनों दिशाओं में विस्तार करता है।
रातू रोड फ्लाईओवर क्यों बनाया गया?
रांची शहर में बढ़ती जनसंख्या और वाहनों की संख्या ने ट्रैफिक को बुरी तरह से प्रभावित किया था, खासकर रातू रोड, पंडरा बाजार, और आईटीआई बस स्टैंड जैसे क्षेत्रों में। ट्रैफिक जाम, देरी और दुर्घटनाओं की समस्या आम हो गई थी। इन समस्याओं के समाधान के लिए सरकार ने रातू रोड फ्लाईओवर रांची प्रोजेक्ट को स्वीकृति दी।
इस फ्लाईओवर के ज़रिए अब पंडरा से काठाल मोड़ तक की दूरी सिर्फ कुछ ही मिनटों में पूरी की जा सकती है। अब एंबुलेंस, पब्लिक ट्रांसपोर्ट और ऑफिस जाने वाले लोग बिना रुकावट के अपनी मंज़िल तक पहुंचते हैं।
रातू रोड फ्लाईओवर की खासियत
यह फ्लाईओवर तकनीकी रूप से आधुनिक और सुरक्षित है।
- डिज़ाइन: प्री-स्ट्रेस्ड कंक्रीट
- लेन: चार लेन (दोनों ओर दो-दो)
- लंबाई: पहला हिस्सा – पिस्का मोड़ से पंडरा (4.7 किमी), दूसरा हिस्सा – पिस्का मोड़ से काठाल मोड़ (4.3 किमी)
- सुरक्षा फीचर्स: CCTV कैमरे, LED स्ट्रीट लाइट्स, डिवाइडर, फेंसिंग और साउंड बैरियर
- पैदल यात्री: विशेष रैंप और फुटपाथ की व्यवस्था
कितने समय में और कितने रुपये में बना?
इस प्रोजेक्ट को वर्ष 2021 में शुरू किया गया था। कई तकनीकी और सामाजिक बाधाओं के बावजूद इसे मई-जून 2025 में पूर्णता तक पहुँचाया गया। निर्माण की कुल लागत ₹291 करोड़ रही, हालाँकि कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार फाइनल एक्सपेंडीचर ₹550 करोड़ तक भी जा सकता है, जिसमें डिवर्जन, साउंड प्रोटेक्शन और एक्सटेंशन कार्य शामिल हैं।
निष्कर्ष
रातू रोड फ्लाईओवर रांची अब शहर के सबसे अहम इंफ्रास्ट्रक्चर में से एक बन चुका है। यह सिर्फ एक फ्लाईओवर नहीं, बल्कि रांची की नई पहचान है – तेज़, सुरक्षित और स्मार्ट। पंडरा और काठाल मोड़ को जोड़ता यह फ्लाईओवर न सिर्फ रांची के ट्रैफिक को राहत देता है, बल्कि शहर की ग्रोथ और आधुनिकता का संकेत भी है।
अब रांची सिर्फ चलता नहीं, उड़ता है – रातू रोड फ्लाईओवर की ऊंचाई पर!